पूर्वांचल समाज की पहचान है छठ पूजा: डॉ स्वामी उमाकांतानंद सरस्वती
**भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ, छठ महापर्व का आगाज
****पूर्वांचल जनजागृति संस्था के तत्वावधान में भव्य कलश यात्रा निकाली गई
****विष्णु कालोनी से हरकी पौड़ी तक निकाली जाएगी कलशयात्रा
हरिद्वार। छठ पूजा के उपलक्ष्य में पूर्वांचल जनजागृति संस्था के तत्वावधान में भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई। हजारों की संख्या में पूर्वांचल समाज के लोगों ने शोभायात्रा में भाग लिया। शोभायात्रा विष्णु कालोनी से शुरू होकर हरकी पैड़ी पर समाप्त हुई। इसके पूर्व विष्णु कालोनी में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि एवं संस्था के संरक्षक जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर डॉ स्वामी उमाकांतानंद सरस्वती महाराज ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए
कहा कि लोक आस्था का पर्व छठ पूजा का पूर्वांचल समाज के खास महत्व है। भगवान सूर्य की आराधना का पर्व छठ व्रतियों की कठिन तपस्या का पर्व है। भगवान सूर्य को नाभि की संज्ञा दी गई है और जिस प्रकार नाभि खिसकने से शरीर में रोग उत्पन्न हो जाता है। उसी प्रकार सूर्य के रूष्ट होने से बनते काम बिगड़ जाते हैं। इसलिए पूर्वांचल के लोग कठिन तप कर भगवान सूर्य को प्रसन्न सभी मनोकामनाओं की पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। महामंडलेश्वर डॉ स्वामी संतोषानंद देव जी महाराज ने कहा कि छठ पर्व पूर्वांचल की पहचान है। पूर्वांचल समाज के लोग छठ पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ छठ का पर्व मनाते हैं। पूरी दुनियां में छठ की विशेष पहचान बनती जा रही है। रानीपुर विधायक आदेश चौहान ने कहा कि पूर्वांचल समाज की ओर से आयोजित छठ पूजा में पिछले पांच सालों से शामिल होते आये है। डूबते एवं उगते हुए अर्घ्य प्रदान करना अपने आप में अनूठा अनुभव है। इस मौके पर पूर्व विधायक रामयश सिंह,
जगदीश लाल पाहवा, कमलेश्वर मिश्रा, ब्रह्माशंकर चौबे, सुनील पांडेय, अवनीश मिश्र, अर्जुन सिंह,दिनेश पांडेय, विरेन्द्र मौर्य, तरूण शुक्ला, विनोद मिश्रा, सुधांशु राय, शिवेश्वर दत्त पाण्डेय, चंद्रकांत पांडेय, रवि मिश्रा, मनोज मिश्र, रंजीता झा, कामायनी सिंह, सुधा राठौड़, सपना पंडित, विनोद मिश्रा, देव सोनी सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।