हरी हर मंदिर महिला संगकीर्तन मंडल द्वारा अयोजित
सप्त दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा का तृत्य दिवस बहुत ही धूम धाम से मनाया गया जिसमे कथा व्यास आचार्य विकास जोशी ने सृष्टि उत्पति के बारे मे शिव पुराण’ के अनुसार शिव और अंबिका ने सृष्टि के निर्माण हेतु एक अन्य पुरुष की इच्छा की। तब सदाशिव महेश्वर ने अपने वामअंग पर अमृत को लगाकर एक पितांबर धारी पुरुष की उत्पत्ति की, जो सर्वव्यापक और सत्वगुणो के साथ था। इस पुरुष ने सदाशिव से अपना परिचय पूछा तो शिव ने उस पुरुष की सर्वव्यापकता के आधार पर ‘विष्णु’ नाम दिया
विष्णु के नाभि कमल से ब्रह्मा फिर ब्रह्मा जी के द्वारा आगे सृष्टि का सृजन हुआ।
शिव पुराण की कथा सुनने वाला मनुष्य पाप विवर्जित हो शिव लोक का वासी बनता है ।।।
साथ ही शिव सती का चरित्र आदि प्रसंगो की कथा श्रवण कराई। हज़ारो की संख्या पर श्रद्धालु ने शिव कथा श्रवण की।।
शिव पुराण की कथा सुनने वाला मनुष्य पाप विवर्जित हो शिव लोक का वासी बनता है ।।।