देसंविवि में दस दिवसीय पूर्व गणतंत्र परेड शिविर का शुभारंभमानवता के गुणों को हरेक व्यक्ति के अंदर उतारने का प्रयास करें : श्रीमती रेखा आर्य
अवसर को सौभाग्य में बदलने का अवसर है प्रशिक्षण ः डॉ चिन्मय पण्ड्या
उत्तराखण्ड सहित 6 राज्यों के 195 महाविद्यालयोंं के विद्यार्थी ले रहे भाग
हरिद्वार || युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से हरिद्वार स्थित देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों का दस दिवसीय पूर्व गणतंत्र परेड शिविर (मध्य क्षेत्र)-2023 का आज शुभारंभ हुआ। इस शिविर में उत्तराखण्ड, उ.प्र., म.प्र., छत्तीसगढ़, बिहार और झारखण्ड के 195 महाविद्यालयों के विद्यार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं। शिविर के उपरांत चयनित विद्यार्थी सन् 2024 की दिल्ली की गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेंगे।
शिविर के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केबीनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्य ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के इस शिविर के माध्यम से संस्कृति, सेवा जैसे गुणों को जानने का अवसर मिलेगा। मानवता के गुणों को हरेक व्यक्ति के अंदर उतारने का प्रयास करें। श्रीमती आर्य ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना से प्रत्येक युवाओं को जुड़ना चाहिए और परिवार, समाज व राष्ट्र की सेवा करने का अवसर प्राप्त करना चाहिए।
देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि जिस तरह मनुष्य के अंदर छिपी प्रतिभा को गायत्री महामंत्र की साधना निखारती है। उसी तरह प्रशिक्षण से प्रशिक्षणार्थियों के अंदर हुनर जागता है। उन्होंने कहा कि अवसर तो अनेकों को मिलते हैं, लेकिन कम लोग ही उसे सौभाग्य में बदल पाता है। कुलपति श्री शरद पारधी ने सभी का आभार प्रकट किया। इससे पूर्व राष्ट्रीय सेवा योजना के लखनऊ क्षेत्र के निदेशक आईएएस श्री ए.एस. कबीर ने राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने केबीनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्य, श्री एएस कबीर सहित अतिथियों को गायत्री मंत्र लिखित चादर, प्रतीक चिह्न आदि भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर देसंविवि के कुलसचिव श्री बलदाऊ देवांगन, राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. उमाकांत इंदौलिया, क्षेत्रीय निदेशालय के अधिकारी समरदीप सक्सेना सहित अनेक महाविद्यालयों से आये विद्यार्थीगण तथा एनएसएस से जुड़े स्वयंसेवी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे |