वडोदरा से शुरू हुआ सफर धूपबत्ती की शोभायात्रा में बदल गया है। सोमवार को राजस्थान के भरतपुर होते हुए यह करवा आगरा के फतेहपुर सीकरी और किरावली पर पहुंची। 3610 किलो वजन की 108 फुट लंबी और करीब साढ़े तीन फीट चौड़ी धूपबत्ती को देखने के लिए भारी संख्या में लोग जुट गए। लोगों ने धूपबत्ती का फूल बरसा कर स्वागत किया। 6 महीने में यह बनकर तैयार हुई धूपबत्ती वड़ोदरा में तैयार की गई है। इस विशेष धूपबत्ती को बनाने में अनेक तरह की जड़ी बूटियां का प्रयोग किया गया है। यह धूपबत्ती करीब डेढ़ महीने तक अनवरत चलेगी। करीब 50 किलोमीटर क्षेत्र में अपनी खुशबू फैलाएगी।
धूपबत्ती का निर्माण करने वाले गुजरात निवासी बिहाभरबाड़ ने बताया कि अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। इसमें भेंट करने के लिए इस धूपबत्ती का निर्माण किया गया है। इसे तैयार करने में देसी गाय का गोबर, देसी गाय का घी, धूप सामग्री सहित अनेक प्रकार की जड़ी बूटियां का इस्तेमाल किया गया हैं। इस धूपबत्ती का उपयोग किया जाएगा तो करीब डेढ़ महीने तक यह जलती रहेगी और 50 किलोमीटर क्षेत्र में अपनी खुशबू फैलाएगी।