हरिद्वार में आध्यात्मिक चेतना के प्रकाश पुंज परम पूज्य लालदास जी महाराज के महानिर्वाण दिवस पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।
लालदास महाराज जी ने अपना संपूर्ण जीवन धर्म, सेवा और समाज कल्याण को समर्पित किया। उन्होंने सनातन धर्म की व्यावहारिक शिक्षाओं को जन-जन तक पहुँचाया। उनकी वाणी प्रेरणादायी थी और दृष्टि में करुणा, समरसता एवं आध्यात्मिक गहराई का अद्वितीय संगम था।
राज्य सरकार भी हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए कृतसंकल्पित है। ‘ऑपरेशन कालनेमि’ जैसे प्रयासों के माध्यम से जहां भगवा चोगे की आड़ में पाखंडियों पर कड़ा प्रहार किया जा रहा है वहीं स्कूली शिक्षा में गीता पाठ जैसे नवाचारों से आने वाली पीढ़ी को संस्कार, चरित्र और संस्कृति से जोड़ने का कार्य भी निरंतर चल रहा है।