city news CM News TV special news Special Reports

विशेषज्ञों और प्रवासी उत्तराखण्डियों ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखण्ड असीमित संभावनाओं से भरा हुआ

अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखण्ड सम्मेलन के द्वितीय सत्र में पर्यटन विशेषज्ञों और प्रवासी उत्तराखण्डियों ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखण्ड असीमित संभावनाओं से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड पर्यटन विकास के क्षेत्र में नित नई उपलब्धियों के साथ आगे आ रहा है। इस अवसर पर सचिव पर्यटन श्री सचिन कुर्वे भी मौजूद थे।

उत्तराखण्ड सरकार के पर्यटन विभाग के अपर सचिव श्री अभिषेक रोहेला ने दूसरे सत्र मेें चर्चा करते हुए सरकार की तमाम पर्यटन योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की महामारी के बावजूद उत्तराखण्डी पर्यटन विकास के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा में रिकार्ड संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। सरकार ने इस बार से शीतकालीन यात्रा भी शुरू की है, जिसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। अपने संबोधन में उन्होंने साहसिक पर्यटन, पर्यटन सर्किट, होम स्टे, उत्तराखण्ड टूरिस्ट पॉलिसी का जिक्र किया और सरकार के स्तर पर किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। 

ताज ग्रुप के आईएचसीएल के जीएम श्री मनोज मिश्रा ने बताया कि उनके ग्रुप के 17 होटल इस वक्त उत्तराखण्ड में हैं और बहुत जल्द देहरादून का प्रोजेक्ट लेकर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका ग्रुप विरासत का सम्मान, सतत विकास के लिए सहभागिता, पर्यावरणीय हितों का ध्यान, स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार के अवसर और कौशल विकास जैसे पहलुओं को ध्यान में रखकर काम कर रहा है।

स्टारकैप्स के मेंटर व एकेडेमिक हेड श्री अमिताभ पांडेय ने एस्ट्रो टूरिज्म पर बात की। उन्होंने कौसानी में नक्षत्र सभा की स्थापना से जुडे़ अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में पहुंचना आसान है। वनों की सघनता है। दूरस्थ क्षेत्रों तक में अति दर्शनीय स्थान हैं। ये सारे पहलु एस्ट्रो टूरिज्म को बढ़ावा देने के मजबूत आधार हैं।

राजस एयरोस्पोर्ट्स एंड एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ श्री मनीष सैनी ने हेली सेवा के माध्यम से उत्तराखण्ड को जोड़ने पर विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि हिमालय दर्शन के माध्यम से हेली सेवा देने का अनुभव बहुत अच्छा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमालय में कई ऐसी जगह हैं, जहां तक आप नहीं पहुंच सकते। ऐसी स्थिति में हेली सेवा कारगर साबित हो सकती है। उन्होेंने अपनी प्रस्तावित जायरो एक्सपीडिसन का भी जिक्र किया और कहा कि बहुत जल्द इस पर काम शुरू किया जाएगा।

ईको ग्लैंपस कानाताल के फाउंडर व सीईओ श्री संजीव शर्मा ने कहा कि पर्यावरण का ध्यान में रखते हुए ग्लैंपिंग पर्यटन का ऐसा माध्यम है, जिसके कई लाभ है। सीमित संसाधनों से स्थानीय लोगों के रोजगार के बडे़ जरिये इससे बनाए जा सकते हैं। उन्होंने अपनी संस्था के स्तर पर किए जा रहे कार्यों और उसमें महिलाओं की भागीदारी का खास तौर पर जिक्र किया। 

जापान से आए प्रवासी उत्तराखण्डी श्री भुवन तिवारी ने बताया कि जापान में पर्यटन के क्षेत्र में भारत की 16 कंपनियां काम कर रही हैं, जिसका संचालन करने वाले 50 फीसदी उत्तराखण्डी हैं। उन्होंने कहा कि जापान से आने वाले पर्यटक ज्यादातर हरिद्वार व ऋषिकेश ही आते हैं। उन्हें पहाड़ के अन्य स्थानों तक लाने के प्रयास होने चाहिए।

आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एके त्रिपाठी ने कहा कि आयुष व वेलनेस पर देश दुनिया की कितनी रूचि है। इसका पता पिछले दिनों आयोजित वर्ल्ड आयुष कांग्रेस से चल सकता है। इस आयोजन में रिकार्ड रजिस्ट्रेशन हुए हैं। उन्होंने कहा कि वेलनेस का मतलब है कि किन नियमों का पालन करके स्वस्थ रहा जा सकता है। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड आयुष राज्य है। यहां पर दुर्लभतम मेडिकल प्लांट मौजूद हैं। इनका बेहतर उपयोग करके देश दुनिया में उत्तराखण्ड का नाम आगे बढ़ाने के लिए काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश को वर्ल्ड कैपिटल ऑफ योगा घोषित किया गया है। यह वर्ल्ड सिटी ऑफ वेलनेस भी है। उन्होंने आयुष व वेलनेस के संबंध में प्रदेश सरकार की तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए उनके बारे में विस्तार से बताया। पर्यटन विभाग की अधिकारी पूनम चंद्र ने सभी का आभार प्रकट किया। इस मौके पर पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे द्वारा प्रवासी उत्तराखण्डियों और मेहमानों को सम्मानित किया गया। संचालन आरजे काव्य ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *