डी ए वी शताब्दी अंतर्गत पूर्व छात्र मिलन समारोह का आयोजन जगजीतपुर स्थित परिसर में हुआ,
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहीं पूर्व प्रधानाचार्या रेणुका अरोरा, वर्तमान प्रधानाचार्य मनोज कपिल और शिक्षाविद रमणीक शाह सूद ने संयुक्त दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि रेणुका अरोरा ने विद्यालय के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज ये पौधा वट वृक्ष का रूप ले चुका है जिसकी शाखें ये पूर्व छात्र-छात्राएं यहां उपस्थित हैं जो विश्व भर में फैली हैं मैं इन सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूं।
प्रधानाचार्य मनोज कपिल द्वारा मुख्य अतिथि को आधुनिक सशक्त नारी की उपमा दी गई और कहा की विरासत में मिले इस ज्ञान के साम्राज्य को बढ़ाने के लिए मैं और विद्यालय समर्पित हैं आज डी ए वी कीर्तिमान स्थापित कर चुका है जिसकी प्रमाणिकता ये दुनिया भर से समारोह में आए बच्चे हैं।
शिक्षाविद गणिताचार्य रमणीक सूद ने पूर्व छात्रों के निरंतर विद्यालय और संस्था से जुड़े रहने के भाव को आर्य समाज की परंपरा से जोड़ा और पूर्व छात्रों में विद्यालय परिवार भावना का बने रहना दी गई शिक्षा की देन बताया। साथ में पूर्व पर्यवेक्षिका श्रीमति मीनू शर्मा के आशीर्वाद मैसेज को वर्चुअल रूप से प्रसारित किया गया। विद्यालय के सभी सेवानिवृत्त शिक्षकों को स्नेह स्वरूप भगवा पटका, डायरी, पेन, स्कूल कैलेंडर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया
कार्यक्रम संयोजिका अर्चना शिवपुरी, दीपशिखा शर्मा ने आए पूर्व छात्रों के जीवन पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अभिनव चौहान, युवा भाजपा नेता अमित शर्मा, उद्यमी प्रियांशु गुप्ता, ममता गुप्ता, अधिवक्ता उदित वत्स, अंतरिक्ष वैज्ञानिक प्रखर, गायक अपूर्व पालीवाल, शिक्षा क्षेत्र से जुड़े वरुण शर्मा, दीपिका, अंशु साहनी, मीनू चौधरी, गिनी अरोरा, शारीरिक प्रशिक्षक सागर अहलूवालिया, सी ए हिमानी जैसल, सौरभ गुप्ता, मृणालिनी, अर्क शर्मा, पूजा नारंग, आरती, अर्पित, कॉरपोरेट क्षेत्र से श्रुति सिंहल गौरी दीक्षित, डा0 शिवम सेठी, आकाश पाहवा , शुभांकर शर्मा, अनुभव सक्सेना, प्रियंका शर्मा सुकन्या द्विवेदी, रजत त्यागी आदि भारी संख्या में पूर्व छात्र छात्रा उपस्थित थे।
सहयोग देने वालों में पर्यवेक्षिका कुसुम त्यागी एवं हेमलता पांडेय रहे।
कार्यक्रम संचालन दीपिका तनेजा, अमित शर्मा, मीनू चौधरी और अंशु साहनी ने किया।
समापन शांति पाठ और हम हैं डी ए वी के, डी ए वी हमारा है के उद्घोष से हुआ।