हरिद्वार,* पूरे भारतवर्ष में पंजाबी समाज को संगठित करने के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ की 54 वीं बैठक अटल बिहारी वाजपेई भवन में आयोजित की गई। बैठक के संयोजक उत्तरांचल पंजाबी महासभा के उपाध्यक्ष जगदीश लाल पाहवा रहे, बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश सेठ ने की। बैठक में निर्णय लिया गया आगामी लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत राजनीतिक पार्टियों द्वारा पंजाबी समुदाय के व्यक्तियों को टिकटों में आरक्षण के साथ पंजाबी समाज को मुख्य धारा में लाकर पंजाबी सनातन आयोग गठित किए जाने की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शीघ्र मुलाकात कर दोहराई जाएगी। बैठक में 24 राज्यों के पंजाबी समुदाय के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की उपलब्धि के साथ राष्ट्रीय संगठन की मजबूती के लिए प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश सेठ ने कहा देश की मजबूती के लिए पंजाबी समुदाय ने हमेशा बढ़-चढ़कर योगदान किया है आज देश की आबादी के पांच प्रतिशत पंजाबी समुदाय के व्यक्तित्व हैं लेकिन राजनीतिक पार्टियों की अपेक्षा के चलते सामाजिक रूप से मुख्य धारा से बाहर है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर पंजाबी समाज की समस्याएं व अन्य विषयों पर चर्चा कर देश को आगे बढ़ाने के लिए भगीरथ प्रयास किए जाएंगे।
इस अवसर पर राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ के संरक्षक वी.के. कपूर ने कहा पंजाबी समाज ने हमेशा देश की अखंडता के लिए हर संभव कुर्बानियां दी है लेकिन राजनीतिक पार्टियों की अपेक्षा के चलते पंजाबी समाज के साथ सौतेला व्यवहार जैसा प्रतीत होता है जो कि अन्याय पूर्ण है। उन्होंने कहा कि पूरे भारतवर्ष में पंजाबी समुदाय को संगठित करने के लिए मुहिम जारी रहेगी।
इस अवसर पर उत्तरांचल पंजाबी सभा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव घई, उपाध्यक्ष जगदीश लाल पाहवा ने संयुक्त रूप से कहा उत्तराखंड बनने के उपरांत सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा पंजाबी समुदाय के विधायक को मंत्रिमंडल में सम्मलित किया जाता रहा है लेकिन वर्तमान सरकार द्वारा पंजाबी विधायक को मंत्रिमंडल में सम्मलित ना किया जाना न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा शीघ्र ही एक प्रतिनिधि मंडल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर उत्तराखंड में मंत्रिमंडल में पंजाबी विधायक को सम्मलित किए जाने की मांग को प्रमुखता से दोहराएगा।
इस अवसर पर उत्तराखंड पंजाबी सहायक सभा के अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा पंजाबी समुदाय ने हमेशा सनातन धर्म हिंदुत्व को बढ़ावा देने के लिए बढ़ चढ़कर खुले विचारों के साथ योगदान किए हैं। उन्होंने यह भी कहा सनातन की रक्षा के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पंजाबी सनातन आयोग का गठन किया जाना चाहिए ताकि देश की आबादी के पांच प्रतिशत पंजाबी समुदाय के व्यक्तित्व समय-समय पर अपनी समस्याओं के निदान कर सकें।
राष्ट्रीय पंजाबी महासंघ की 54 वीं बैठक में अपने विचार व्यक्त करते पंजाबी समाज महासभा से राधिका नागरथ, सुभाष सरीन, रमेश भटेजा, पूजा नंदा ,पंकज नंदा , जगदीश विरमानी, उद्योगपति हिमेश कपूर, अविनाश ओहरी ,प्रमोद जोहर, जोगिंदर तनेजा, राजकुमार सुनेजा आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।