देवा हरिद्वार । अंकिता हत्याकांड का आखिरकाल पुलिस ने खुलास कर ही दिया । रिजोर्ट मालिक पुलकित आर्य समेतह हरिद्वार के दो युवा ने लिख डाली हत्याकांड का काला अध्याय । अंकिता भण्डारी उम्र 19 वर्ष वनतरा रिजॉर्ट गंगा भोगपुर में काम करती थी । अंकिता भण्डारी का रिजॉर्ट स्वामी पुलकित आर्य* तथा मैनेजर सौरभ भाष्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता ने अंकिता को मौत के घाट के उतार दिया ।
पुलिसकर्मियों को रिजॉर्ट कर्मियों से पूछताछ करने पर पता चला की अंकिता भण्डारी काफी दिन से परेशान थी एवं एक कर्मी से फोन पर रोते हुये *अपना बैग ऊपर लाने के लिए कह रही थी* तथा वाट्सएप पर भी अंकिता भण्डारी ने रिजॉर्ट में अपने परिचित को बताई थी। रिजॉर्ट कर्मियों से पूछताछ पर यह तथ्य भी प्रकाश में आये कि *अंकिता उपरोक्त तीनों के साथ रात्रि करीब 8 बजे रिजॉर्ट से गयीथी ।
रात 10 से 11 बजे के बीच तीनों ही वापस आये थे। अंकिता इनके साथ नहीं थी। उपरोक्त तीनों व्यक्तियों द्वारा खाने के लिये कुक को बताया और अंकिता का खाना रूम सर्विस द्वारा ना भेजकर अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता द्वारा स्वयं उसके कमरे में ले जाया गया। उपरोक्त साक्ष्यों के आधार पर उपरोक्त *01- पुलकित आर्य पुत्र डा ० विनोद आर्य* निवासी स्वदेशी भवन आर्यनगर, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार उम्र करीब 35 वर्ष 02- *अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता पुत्र श्री राजेन्द्र कुमार* गुप्ता निवासी 42 ए दयानंद नगरी थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार उम्र करीब 19 वर्ष 03- *सौरभ भाष्कर पुत्र श्री शक्ति भाष्कर* निवासी 18 ए सूरजनगर, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार उम्र करीब 35 वर्ष को आवश्यक पूछताछ हेतु थाने पर लाया गया। जिनके द्वारा अपने *जुर्म का इकवाल* करते हुये बताया कि *दिनांक 18.09.2022 की शाम पुलकित व अंकिता रिजार्ट* में थे तब पुलकित और अंकिता के *बीच किसी बात को लेकर विवाद* हुआ था तब पुलकित ने कहा कि *अंकिता गुस्से में है इसे लेकर ऋषिकेश* चलते हैं। जिस पर हम अलग-अलग गाड़ियों से गये। अंकिता मेरे साथ मोटरसाईकिल पर बैठी थी। पुलकित और *अंकित स्कूटी से गये हम लोग बैराज होते हुए एम्स के पास पहुंचे*। वापसी में पुलकित अंकिता को लेकर स्कूटी पर आय़ा। मैं और अंकित साथ में आये। पुलकित अंकिता को लेकर आगे निकल गया। हम बैराज चौकी से *करीब 1.5 किमी पहुंचे तो पुलकित अंधेरे में रुका* था, हम भी रुक गये तब हमने वहीं पर रुककर *शराब पी व मोमो खाये* शराब मैने अंकित व पुलकित ने पी थी। चीला रोड पर नहर के किनारे बैठे हुए थे जब हम शराब पी रहे थे तो *अंकिता व पुलकित के बीच फिर विवाद* होने लगा। अंकिता हमें अपने साथियों के बीच बदनाम करती थी व हमारी बातें अपने साथियों को बताती थी कि हम उसे कस्टमर से सम्बन्ध बनाने के लिये कहते हैं। पुलकित ने अंकित से कहा कि तू हमारे बीच की बात अपने साथियों को क्यूं बताती है तो वह गुस्सा हो गयी और *अंकिता के साथ हमारी झड़प* हो गयी। अंकिता कहने लगी कि मैं *तुम्हारे रिजार्ट की हकीकत बयां* कर दूंगी सारी बातें बता दूंगी और उसने पुलकित का *मोबाईल नहर में फेक दिया।* इस पर हमें गुस्सा आ गया हमें नशे में पता नहीं चला कि हम क्या कर रहे हैं। अंकिता हमसे हाथापाई करने लगी तभी *हमने गुस्से में उसे धक्का* दे दिया और वह *नहर में गिरी व एक-दो बार पानी के ऊपर आकर चिल्लाई उसके बाद नहर में डूब* गयी। हम घबरा गये क्योकि रात काफी हो चुकी थी। हमने सोचा कि हम कैसे बचें क्योकि अंकिता को हमारे साथ आते हुए अभिनव व कुश ने देखा था। तब *हमने प्लान किया व प्लान* के तहत अंकिता ने हमारे सैफ मनवीर को फोन कर चार आदमियों का खाना तैयार करने को कहा मनवीर ने *अंकित से पूछ लिया कि अंकिता मैडम आपके साथ है तो अंकित घबरा* गया और उसने मना कर दिया कि अंकिता हमारे साथ नहीं है। तब हम तीनों रिजार्ट में पहुंचे आर चुपके से *रिजार्ट के किनारे वाले रास्ते से रिजार्ट में आ गया* हमने प्लान के तहत सोचा कि अंकित सैफ से कहेगा कि अंकिता को मैं खाना देता हूँ, ताकि रिजार्ट कर्मियों को लगे कि अंकिता कमरे में ही है। इस प्लान के तहत *अंकित ही खाना लेकर अंकिता के कमरे* मे गया और खाना रखकर आ गया। सुबह *पुलकित और अंकित गुप्ता हरिद्वार* चले गये और हरिद्वार से पुलकित ने नया मोबाईल और अपने *जियो का डमी सिम खरीदा और प्लान के तहत ही पुलकित ने हमारे रिजार्ट* में काम करने वाले सौरव बिष्ट को कहा कि अंकिता को कमरे में जाकर उसका फोन ले आओ ताकि *सौरव विष्ट कमरे में जाये और हमें बताये की अंकिता कमरे में नहीं* है और न ही फोन है। यही बात हुई तब हम पर किसी को शक न हो इसलिये पुलकित ही अंकिता की गुम होने की FIR दर्ज कराने गया। हम तीनों ने मिलकर यही सोचा था कि हम तीनों एक जैसे बयान देगें इसलिये सोच समझकर हमने घटना की टाईमिंग सैट की थी। इसी हिसाब से FIR दर्ज करायी थी ताकि हम पर कोई शक न कर सके। पूछताछ के दौरान अभिगणों द्वारा अपने जुर्म का इकबाल करने पर इन्हें उनके जुर्म धारा 302/201/120 बी भादवि से अवगत कराकर गिरफ्तार किया गया।*अभियुक्तों का नाम पताः-*1. अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता पुत्र श्री राजेन्द्र कुमार, निवासी 42 ए, दयानन्द नगरी, थाना ज्वालापुर हरिद्वार उम्र-19 वर्ष।2. सौरभ भाष्कर पुत्र श्री शक्ति भाष्कर, निवासी 18 ए, सूरजनगर, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार, उम्र-35 वर्ष3. पुलकित आर्य पुत्र श्री विनोद आर्य, निवासी स्वदेशी भवन आर्यनगर, थाना ज्वालापुर हरिद्वार, उम्र-35 वर्ष*पंजीकृत अभियोगः-* राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में मु0अ0सं0 01/2022, धारा-365 भा.द.वि. दौराने विवेचना अभियोग उपरोक्त में धारा 302/201/120 बी भादवि की बढ़ोतरी की गयी।*पुलिस टीमः-*1. अपर पुलिस अधीक्षक श्री शेखर चन्द्र सुयाल2. क्षेत्राधिकारी श्रीनगर श्री श्याम दत्त नौटियाल3. निरीक्षक सीआईयू मौ0 अकरम4. थानाध्यक्ष देवप्रयाग सुनील पंवार5. उपनिरीक्षक मनोहर सिंह रावत6. उपनिरीक्षक राजविक्रम सिंह पंवार7. उपनिरीक्षक मनोज रावत 8. आरक्षी 257 ना0पु0 दिनेश गौड़9. आरक्षी 44 ना0पु0 अरबिन्द सिंह पुण्डीर10. आरक्षी अमरजीत सीआईयू11. आरक्षी हरीश सीआईयू12. आरक्षी कुलदीपदेवा हरिद्वार । अंकिता हत्याकांड का आखिरकाल पुलिस ने खुलास कर ही दिया । रिजोर्ट मालिक पुलकित आर्य समेतह हरिद्वार के दो युवा ने लिख डाली हत्याकांड का काला अध्याय । अंकिता भण्डारी उम्र 19 वर्ष वनतरा रिजॉर्ट गंगा भोगपुर में काम करती थी । अंकिता भण्डारी का रिजॉर्ट स्वामी पुलकित आर्य* तथा मैनेजर सौरभ भाष्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता ने अंकिता को मौत के घाट के उतार दिया ।
पुलिसकर्मियों को रिजॉर्ट कर्मियों से पूछताछ करने पर पता चला की अंकिता भण्डारी काफी दिन से परेशान थी एवं एक कर्मी से फोन पर रोते हुये *अपना बैग ऊपर लाने के लिए कह रही थी* तथा वाट्सएप पर भी अंकिता भण्डारी ने रिजॉर्ट में अपने परिचित को बताई थी। रिजॉर्ट कर्मियों से पूछताछ पर यह तथ्य भी प्रकाश में आये कि *अंकिता उपरोक्त तीनों के साथ रात्रि करीब 8 बजे रिजॉर्ट से गयीथी ।
रात 10 से 11 बजे के बीच तीनों ही वापस आये थे। अंकिता इनके साथ नहीं थी। उपरोक्त तीनों व्यक्तियों द्वारा खाने के लिये कुक को बताया और अंकिता का खाना रूम सर्विस द्वारा ना भेजकर अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता द्वारा स्वयं उसके कमरे में ले जाया गया। उपरोक्त साक्ष्यों के आधार पर उपरोक्त *01- पुलकित आर्य पुत्र डा ० विनोद आर्य* निवासी स्वदेशी भवन आर्यनगर, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार उम्र करीब 35 वर्ष 02- *अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता पुत्र श्री राजेन्द्र कुमार* गुप्ता निवासी 42 ए दयानंद नगरी थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार उम्र करीब 19 वर्ष 03- *सौरभ भाष्कर पुत्र श्री शक्ति भाष्कर* निवासी 18 ए सूरजनगर, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार उम्र करीब 35 वर्ष को आवश्यक पूछताछ हेतु थाने पर लाया गया। जिनके द्वारा अपने *जुर्म का इकवाल* करते हुये बताया कि *दिनांक 18.09.2022 की शाम पुलकित व अंकिता रिजार्ट* में थे तब पुलकित और अंकिता के *बीच किसी बात को लेकर विवाद* हुआ था तब पुलकित ने कहा कि *अंकिता गुस्से में है इसे लेकर ऋषिकेश* चलते हैं। जिस पर हम अलग-अलग गाड़ियों से गये। अंकिता मेरे साथ मोटरसाईकिल पर बैठी थी। पुलकित और *अंकित स्कूटी से गये हम लोग बैराज होते हुए एम्स के पास पहुंचे*। वापसी में पुलकित अंकिता को लेकर स्कूटी पर आय़ा। मैं और अंकित साथ में आये। पुलकित अंकिता को लेकर आगे निकल गया। हम बैराज चौकी से *करीब 1.5 किमी पहुंचे तो पुलकित अंधेरे में रुका* था, हम भी रुक गये तब हमने वहीं पर रुककर *शराब पी व मोमो खाये* शराब मैने अंकित व पुलकित ने पी थी। चीला रोड पर नहर के किनारे बैठे हुए थे जब हम शराब पी रहे थे तो *अंकिता व पुलकित के बीच फिर विवाद* होने लगा। अंकिता हमें अपने साथियों के बीच बदनाम करती थी व हमारी बातें अपने साथियों को बताती थी कि हम उसे कस्टमर से सम्बन्ध बनाने के लिये कहते हैं। पुलकित ने अंकित से कहा कि तू हमारे बीच की बात अपने साथियों को क्यूं बताती है तो वह गुस्सा हो गयी और *अंकिता के साथ हमारी झड़प* हो गयी। अंकिता कहने लगी कि मैं *तुम्हारे रिजार्ट की हकीकत बयां* कर दूंगी सारी बातें बता दूंगी और उसने पुलकित का *मोबाईल नहर में फेक दिया।* इस पर हमें गुस्सा आ गया हमें नशे में पता नहीं चला कि हम क्या कर रहे हैं। अंकिता हमसे हाथापाई करने लगी तभी *हमने गुस्से में उसे धक्का* दे दिया और वह *नहर में गिरी व एक-दो बार पानी के ऊपर आकर चिल्लाई उसके बाद नहर में डूब* गयी। हम घबरा गये क्योकि रात काफी हो चुकी थी। हमने सोचा कि हम कैसे बचें क्योकि अंकिता को हमारे साथ आते हुए अभिनव व कुश ने देखा था। तब *हमने प्लान किया व प्लान* के तहत अंकिता ने हमारे सैफ मनवीर को फोन कर चार आदमियों का खाना तैयार करने को कहा मनवीर ने *अंकित से पूछ लिया कि अंकिता मैडम आपके साथ है तो अंकित घबरा* गया और उसने मना कर दिया कि अंकिता हमारे साथ नहीं है। तब हम तीनों रिजार्ट में पहुंचे आर चुपके से *रिजार्ट के किनारे वाले रास्ते से रिजार्ट में आ गया* हमने प्लान के तहत सोचा कि अंकित सैफ से कहेगा कि अंकिता को मैं खाना देता हूँ, ताकि रिजार्ट कर्मियों को लगे कि अंकिता कमरे में ही है। इस प्लान के तहत *अंकित ही खाना लेकर अंकिता के कमरे* मे गया और खाना रखकर आ गया। सुबह *पुलकित और अंकित गुप्ता हरिद्वार* चले गये और हरिद्वार से पुलकित ने नया मोबाईल और अपने *जियो का डमी सिम खरीदा और प्लान के तहत ही पुलकित ने हमारे रिजार्ट* में काम करने वाले सौरव बिष्ट को कहा कि अंकिता को कमरे में जाकर उसका फोन ले आओ ताकि *सौरव विष्ट कमरे में जाये और हमें बताये की अंकिता कमरे में नहीं* है और न ही फोन है। यही बात हुई तब हम पर किसी को शक न हो इसलिये पुलकित ही अंकिता की गुम होने की FIR दर्ज कराने गया। हम तीनों ने मिलकर यही सोचा था कि हम तीनों एक जैसे बयान देगें इसलिये सोच समझकर हमने घटना की टाईमिंग सैट की थी। इसी हिसाब से FIR दर्ज करायी थी ताकि हम पर कोई शक न कर सके। पूछताछ के दौरान अभिगणों द्वारा अपने जुर्म का इकबाल करने पर इन्हें उनके जुर्म धारा 302/201/120 बी भादवि से अवगत कराकर गिरफ्तार किया गया।*अभियुक्तों का नाम पताः-*1. अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता पुत्र श्री राजेन्द्र कुमार, निवासी 42 ए, दयानन्द नगरी, थाना ज्वालापुर हरिद्वार उम्र-19 वर्ष।2. सौरभ भाष्कर पुत्र श्री शक्ति भाष्कर, निवासी 18 ए, सूरजनगर, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार, उम्र-35 वर्ष3. पुलकित आर्य पुत्र श्री विनोद आर्य, निवासी स्वदेशी भवन आर्यनगर, थाना ज्वालापुर हरिद्वार, उम्र-35 वर्ष*पंजीकृत अभियोगः-* राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में मु0अ0सं0 01/2022, धारा-365 भा.द.वि. दौराने विवेचना अभियोग उपरोक्त में धारा 302/201/120 बी भादवि की बढ़ोतरी की गयी।*पुलिस टीमः-*1. अपर पुलिस अधीक्षक श्री शेखर चन्द्र सुयाल2. क्षेत्राधिकारी श्रीनगर श्री श्याम दत्त नौटियाल3. निरीक्षक सीआईयू मौ0 अकरम4. थानाध्यक्ष देवप्रयाग सुनील पंवार5. उपनिरीक्षक मनोहर सिंह रावत6. उपनिरीक्षक राजविक्रम सिंह पंवार7. उपनिरीक्षक मनोज रावत 8. आरक्षी 257 ना0पु0 दिनेश गौड़9. आरक्षी 44 ना0पु0 अरबिन्द सिंह पुण्डीर10. आरक्षी अमरजीत सीआईयू11. आरक्षी हरीश सीआईयू12. आरक्षी कुलदीप