नारायण ज्योति संस्थान के संस्थापक आचार्य विकास जोशी ने कहा कि गंगा दशहरा पावन पर्व माँ गंगा को समर्पित है आज के ही दिन माँ गंगा का अवतरण पृथ्वी पर हुआ कठोर तपस्या के बाद भगीरथ जी की कठोर तपस्या से माँ गंगा पृथ्वी में अवतरित हुई थी ।
जैसा कि आप ओर हम जानते ही है यह पर्व उत्तराखंड में बहुत उल्लास से मनाया जाता है ।इसका एक कारण यह भी है की माँ गंगा का उद्गम स्थल गंगोत्री उत्तराखंड में स्थित है आज के दिन मान्यता है कि अपने घरों के द्वार पर द्वार पत्र लगाया जाना चाहिए।
इससे घर मे सुख समृद्धि का प्रवेश होता है किसी भी प्रकार की नकारात्मक शक्ति का घर मे प्रवेश नही होता ।
गंगा स्नान कर माँ गंगा का पूजन दूध, दही, गंध ,चावल ,नैवेद्य ,फल पुष्प ,मालाअर्पित कर करे ।
माँ गंगा को मोक्ष दायनी भी कहा जाता है इसलिए यह पूजन सभी पापों से मुक्ति प्रदान कर मोक्ष को देने वाला है
आज गंगा दशमी पूजन समय सूर्यउदय से सयम 4:25 तक रहेगा इसके उपरांत एकादशी प्रारम्भ हो जाएगी।
