पिथौरागढ़।| नन्ही परी सीमांत इंजीनियरिंग कॅम्पस का जिलाधिकारी पिथौरागढ़ रीना जोशी जी द्वारा बुधवार को नन्ही परी सीमांत इंजीनियरिंग कैंपस पिथौरागढ़ के जी० आई ० सी० परिसर का स्थलीय निरीक्षण किया गया। नन्ही परी सीमांत इंजीनियरिंग कैंपस पिथौरागढ़ मे ५० नाली जमीन मे बनना प्रस्तावित है। वर्तमान मे कैंपस कॉलेज द्वारा उपयोग मे लाई जा रही जमीन , संक्षाधन , ब्लोकस , भवन आदि का भी निरीक्षण विस्तार से किया गया । जिलाधिकारी द्वारा जी० आई ० सी० प्रधानाचार्य से भी जी० आई ० सी० परिसर के विषय मे विस्तार से वार्तालाप की गई । जानकारी मे यह पता चला कि जी० आई ० सी० अध्यापक निवास स्थान मे अन्य विभागों मे कार्यरत अधिकारी / कर्मचारी / सेवा निवर्त्त कर्मचारी भवनों का उपयोग कर रहे हैं । इस संबंध मे जिलाधिकारी द्वारा जी० आई ० सी० प्रधानाचार्य को तत्काल प्रभाव से निर्देशित किया गया कि ततसंबंध मे त्वरित कार्यवाही की जाए।
स्थलीय निरीक्षण मे इंजीनियरिंग कॉलेज हेतु पर्याप्त जमीन की उपलब्धता पाई गई है । वर्तमान मे जी० आई ० सी० मे नाप – बेनाप भूमि को मिलाकर कुल १८५ नाली जमीन उपलब्ध है , जिसमे से इंजीनियरिंग कॉलेज निर्माण हेतु केवल ५० नाली भूमि की मांग की जा रही है ।
जिलाधिकारी द्वारा यह कहा गया कि इंटर कॉलेज , डिग्री कॉलेज , जिला पुस्तकालय , इंजीनियरिंग कॉलेज आदि सब कुछ एक ही स्थान पर होने से यह स्थान एजुकेशन हब के रूप मे विकसित हो सकता है । जिला प्रशासन की टीम मे जिलाधिकारी श्रीमती रीना जोशी , तहसीलदार (सदर) , कानूनगो , पटवारी , निदेशक प्रो० अजीत सिंह ( नन्ही परी सीमांत इंजीनियरिंग कॅम्पस) , कुलसचिव प्रो० हेमंत कुमार जोशी ( नन्ही परी सीमांत इंजीनियरिंग कॅम्पस ) , प्रधानाचार्य के ० एन ० यू ० जी० आई ० सी० आदि आदि उपस्थित थे