हरिद्वार। हरिद्वार तहसील में शनिवार को वकीलों और तहसील कर्मचारियों में दाखिल
खारिज को लेकर विवाद खड़ा हो गया। मामला बढ़ने पर कुछ देर के लिए
गर्मागर्मी का माहौल भी बन गया। वकीलों ने जहां दाखिल खारिज करने में
हीलाहवाली के आरोप जड़े तो कर्मचारियों ने भी नियमों के अनुसार ही कार्य
करने की बात कही। हालांकि, बाद में मामला शांति से समाप्त हो गया।
जमीनों के बैनामे करने के बाद तहसील से दाखिल खारिज कराई जाती है। इसके
लिए रजिस्ट्रार कानूनगो के सेक्शन में वकीलों के माध्यम से लोगों के
आवेदन जमा कराए जाते हैं। शनिवार को करीब 11 बजे वकीलों का एक प्रतिनिधि
मंडल तहसील में बनाए गए रजिस्ट्रार कानूनगो के सेक्शन कक्ष में पहुंचा।
जहां वकील एक दाखिल खारिज के आवेदन पर लगाई गई आपत्ति का कारण पूछने लगे।
जिस पर कर्मचारी ने अपना तर्क भी दे दिया। लेकिन वकीलों ने यह तर्क सिरे
से खारिज कर दिया। बाद में आवेदन जमा करने को लेकर सोमवार से नई व्यवस्था
का भी वकीलों ने विरोध जताया।
कहा कि यह व्यवस्था नियमों के विपरीत अपनाई जा रही है। जिससे शुरू नहीं
होने दिया जाएगा। कर्मचारियों ने कहा कि अधिकारी जो भी व्यवस्था बनाएंगे
वह तो उसका पालन करेंगे। इसमें वह कुछ नहीं कर सकते हैं। बाद में कुछ
बिंदुओं पर वकीलों और कर्मचारियों में आवेदन लेने और उनका निस्तारण करने
पर सहमति भी बन गई। अन्य कुछ मामलों पर तहसील के कर्मचारियों ने अन्य
कर्मियों से वार्ता कर अपना मत रखने की बात कही। जिससे सभी में वकीलों और
कर्मचारियों में सहमति बन गई। कहा कि वकील और कर्मचारी दोनों एक ही
परिवार के सदस्य हैं। जिससे सभी मामलों को मिलकर निपटा लिया जाएगा।