काली हरिद्वार। एक करोड़ के गबन के आरोप में जेल में बंद आईआईटी के सीनियर असिस्टेंट की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। सूचना पर सिविल अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा किया। साथ ही जेल प्रशासन की लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाया। परिजनों ने आईआईटी के कुछ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। उधर, पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
आईआईटी रुड़की के रजिस्ट्रार प्रशांत गर्ग ने डीन आफिस में तैनात सीनियर असिस्टेंट क्लर्क धीरज कुमार उपाध्याय 11 नवंबर को गबन का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप लगाया था कि कर्मचारी ने संस्थान के अकाउंट में जमा होने वाले रुपयों को हेराफेरी कर अपने खाते में ट्रांसफर करा लिया था। आरोप था 13 बैंकों से ट्रांजेक्शन के माध्यम से एक करोड़ पांच लाख 35 हजार 753 रुपये का गबन किया गया था। इस आरोपी गिरफ्तार होने के बाद जेल में धीरज की तबीयत होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन मन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।