काली हरिद्वार। आद्य शक्ति महाकाली सिद्धपीठ आश्रम की संस्थापक और अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर ब्रह्मलीन रसानंद की खुद को पत्नी वाली तेजेंद्र कौर ने श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी महाराज पर संपत्ति हड़पकर बेचने के आरोप लगाएं हैं। उन्होंने राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु मांगी। जबकि सोमवार से देहरादून गांधी पार्क में अपने बच्चे के साथ धरने पर बैठने की चेतावनी दी।
हरिद्वार प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए तेजेंद्र कौर ने कहा कि ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर रसानंद महाराज से उनका विवाह हुआ था, वह पत्नी हैं। उनसे उन्हें एक बेटा भी है। उनकी संपत्ति की वह ही हकदार है। आरोप लगाया कि स्वामी कैलाशानंद गिरी ब्रह्मलीन रसानंद महाराज की संपत्ति व जमीनें अवैध रूप से कब्जा कर खरीद फरोख्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कनखल का रहने वाला भूमाफिया और उसका गुर्गा व्यापारी नेता जमीन की खरीद फरोख्त में उनका साथ दे रहे हैं। लेकिन तथ्य और शिकायत करने के बावजूद इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। आखिर इनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? पुलिस और प्रशासन इसका जवाब दे। रसानंद महाराज अवैध रूप से आश्रम और रसानंद महाराज की अन्य संपत्तियों को अवैध रूप से बेचे जाने के मामले में इनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि अब वह देहरादून में गांधी पार्क में अपने बच्चे के साथ धरने पर बैठेंगी। राष्ट्रपति और राज्यपाल, मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर उन्होंने इच्छा मृत्यु की मांग की है।