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विडंबना-गुरु पूर्णिमा पर हरिद्वार में लगी ‘महान संत तिरुवल्लुवर’की प्रतिमा को 5 साल से ‘भागीरथ’का इंतजार

काली हरिद्वार। गुरु पूर्णिमा पर हरिद्वार धर्मनगरी में लाखों लोगों में गंगा स्नान किया अपने अपने गुरुओं का पूजन किया। हर आलीशान मठ में बड़े संतों की पूजन किया गया। लेकिन इस बीच एक ऐसे संत की प्रतिमा जो हर की पैड़ी से कुछ ही दूरी पर स्थित सीसीआर टावर में लगी है महान संत , संत तिरुवल्लुवर की प्रतिमा बीते 5 वर्ष से सिर्फ इस इंतजार में हैं कि शायद कोई उसके लिए भी कोई भागीरथ आए। क्योंकि आज पूरे 5 वर्ष उस प्रतिमा को लगे हुए हैं लेकिन प्रतिमा लगने के बाद आज तक महान संत की प्रतिमा पर किसी ने पुष्प अर्पित तक नहीं किया हैं। हरिद्वार में बड़ी-बड़ी बात करने वाले लोग और सीसीआर टावर में अधिकारियों की फौज रहती है लेकिन शायद इस ओर किसी ने सोचा तक नहीं। बीते 23 जुलाई 2016 को मूर्ति को सीसीआर टावर में स्थापित किया गया था। संत तिरुवल्लुवर प्रतिमा को लेकर हरिद्वार में विवाद हो गया था । जिसमें 2 राज्य के सीएम और खुद देश के प्रधानमंत्री को हस्तक्षेप करना पड़ा था। संत तिरुवल्लुवर एक तमिल संत है पूर्व भाजपा सांसद तरुण विजय ने मूर्ति को लेकर हर की पैड़ी पर लगाने की योजना बनाई थी उससे पहले उन्होंने शंकराचार्य चौक पर मूर्ति की स्थापना भी करवा दी थी लेकिन हरिद्वार के संतों ने इसको लेकर एक बहुत बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था जिसको लेकर शंकराचार्य चौक से इस मूर्ति को हटाना पड़ा था। उसके बाद हर की पैड़ी पर लगाने की योजना का भी विरोध युवा तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष उज्ज्वल पंडित ने करा जिस कारण वर्ष इस मूर्ति को लगाने में प्रशासन का पसीना छूट गया। मामला बढ़ता देख सीसीआर टावर में इस मूर्ति को स्थापित किया गया। और सबसे बड़ी विडंबना तो यह है भाजपा के सांसद के प्रयासों से इस मूर्ति को लगाया गया था। लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद, सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक इन्होंने भी इस ओर नहीं सोचा।

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