काली हरिद्वार । हरिद्वार इतिहास की पहली सराफा डाका डालने वाला ताऊ गैंग का ताऊ भले ही जेल की सलाखों के पीछे हो लेकिन पूरे देश के अलग-अलग बड़े शहरों में डकैती की घटनाओं को अंजाम देता है। आज के समाचार पत्रों ने पुलिस के गुड वर्क को भले ही बेड वर्क में चेंज कर दिया हो । लेकिन इस गैंग के सदस्य पकड़ने भी पुलिस के लिए बहुत बड़ी कामयाबी है । क्योंकि बहुत कम ऐसा होता है कि इस गैंग के सदस्य पकड़े जाएं । अपने शुरुआती दौर में छोटी मोटी चोरी शुरुआत करने वाला ताऊ से ताऊ गैंग बनता चला गया जिसकी भनक पुलिस को बहुत बाद में लगी। अलीगढ़ जिले की बुलंदशहर सीमा पर बसे गांव मीरपुर पिसावा का इंद्रपाल उर्फ गुड्डू उर्फ ताऊ गैंग हर स्टेट की पुलिस की गले की फांस बनता है। यह एक पेशावर माफिया गैंग है । जिसमें पश्चिमी यूपी दिल्ली कि बदमाश जुड़े हैं। इससे पहले ताऊ उत्तराखंड , राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड जैसे बड़े शहरों में डकैती की घटना को वारदात को अंजाम दे चुका है। डेढ़ साल प्लानिंग कर रहा ताऊ गैंग कोरोना का काल में हरिद्वार का बाजार खुलते ही अपनी प्लानिंग में कामयाब हो गया।
