प्रतिनिधि मेरा हरिद्वार ,मुल्तान के सुल्तान के नाम से प्रसिद्ध पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग अपने मैनेजर के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए त्रियुगीनारायण मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने लोगों से बातचीत कर मंदिर के बारे में जानकारी भी ली। साथ ही आराध्य की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद भी लिया।
बीते सोमवार को भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग अपने वाहन से त्रियुगीनारायण पहुंचे थे। वह सीतापुर में एक होटल में ठहरे। इसके बाद वह शिव-पार्वती की विवाह स्थली त्रियुगीनारायण पहुंचे, जहां वह अपने मैनेजर अमृतांश और नेहा के विवाह समारोह में शामिल हुए। पारंपरिक रीति-रीवाजों के साथ हुए इस विवाह समारोह में दोनों पक्षों के परिजन व अन्य नजदीकी लोग शामिल थे। इस दौरान पूर्व क्रिकेटर सहवाग ने स्थानीय लोगों ने त्रियुगीनारायण मंदिर के बारे में जानकारी लेते हुए स्वयं भी आराध्य की पूजा-अर्चना करते हुए घर, परिवार की सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। कहा कि भगवान शिव और पार्वती का विवाह स्थली में पहुंचकर धन्य हो गए हैं। वह, सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें बाबा केदार की यात्रा को देखने का भी मौका मिला है। इस मौके पर उनके तीर्थपुरोहित गिरीश चंद्र भट्ट, सर्वेश नंद, आशीष गैरोला, योगेंद्र तिवारी सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे। इसके बाद सहवाग देहरादून के लिए रवाना हो गए थे।
दो घंटे जाम में फंसे रहे सहवाग
रुद्रप्रयाग। त्रियुगीनारायण से देहरादून वापसी के दौरान पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग को सोनप्रयाग से रामपुर पहुंचने के लिए दो घंटे जाम में जूझना पड़ा। इस दौरान वह स्वयं ही वाहन चला रहे थे। सामाजिक कार्यकर्ता आशीष गैरोला ने बताया कि त्रियुगीनारायण मंदिर से लौटकर वह कुछ देर के लिए उनके रिसार्ट में भी रूके थे। पूर्वान्ह 11 बजे वह, यहां से देहरादून के लिए रवाना हुए, लेकिन यात्री वाहनों से लगे जाम के चलते उन्हें भी दो-चार होना पड़ा।