हरिद्वार || भविष्य में कावड़ यात्रा को सरल, सुगम बनाने तथा जाम की स्थिति से निजात दिलाने के लिए बेहतर यातायात प्रबन्धन की दिशा में कार्य करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने एनएचएआई, पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ कलैक्ट्रेट कार्यालय् में बैठक लेते हुए दिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान जाम लगने, ट्राफिक धीमा होने के कारण कई तरह के नुकसान सामने आते है। उन्होंने कहा कि लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ता है, जिससे उनका समय बर्बाद होता है। लंबे समय तक जाम में फंसने से लोगों को तनाव, थकान और स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याएं होती है, एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाओं के लिए भी जाम बाधा उत्पन्न करता है। जाम के कारण लोगों को अपनी दैनिक गतिविधियों में कठिनाई होती है। स्कूली बच्चों, कामकाजी लोगों और यात्रियों के लिए यह स्थिति बेहद असुविधाजनक है। जाम में फंसे वाहनों से अधिक मात्रा में प्रदूषण होता है, जिससे वायु की गुणवत्ता प्रभावित होती है और पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है।
उन्होंने जाम तथा धीमे ट्राफिक से होने वाले नुकसानों का हवाला देते हुए निर्देश दिये कि एनएचएआई, लोनिवि, पुलिस तथा राजस्व विभाग आपसी समन्वय से बेहतर यातायात प्रबन्धन की दिशा में कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिये कि जो रिंग रोड बहादराबाद बायपास से लेकर श्यामपुर कांगड़ी तक बनाई जा रही है उसे जगजीतपुर क्षेत्र में लक्सर हाइवे (एन एच 334 ए) के लिए नये हाईवे (हरिद्वार रिंग रोड) से उतरने-चढ़ने के लिए स्लिप रोड बना कर जोड़ा जाये तथा उसकी कनेक्टिविटिी वैरागी कैम्प तक सर्विस रोड बना कर की जाये, जिससे कावड़ यात्रा के दौरान यातायात प्रबन्धन को और अधिक बेहतर बनाया जा सके। जिससे कि सिंह द्वार, दक्षेश्वर महादेव सहित विभिन्न स्थानों पर लगने वाले जाम से निजात मिले, रूड़की-नजीबाबाद के लिए आने-जाने वाले वाहनों को चण्डी घाट पुल तक न आना पड़े। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि शीघ्र ही इन क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया जायेगा।
बैठक में अपर जिलाधिकारी पीएल शाह, एसपी ट्रेफिक पंकज गैरोला, उप जिलाधिकारी मनीष सिंह, एनएचएआई परियोजना निदेशक पी एस गुंसाई, सर्वेयर अतुल शर्मा सहित सम्बन्धित अधिकारी व अभियंता उपस्थित थे।