संवाददाता गढ़वाल
विस्थापन नीति स्पष्ट करने की मांग पर बंद रहा बदरीनाथ बाजार, तीर्थयात्री रहे परेशान
बदरीनाथ मास्टर प्लान संघर्ष समिति व व्यापार संघ के आह्वान पर बंद रही दुकानें
बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत विस्थापन नीति को स्पष्ट करने की मांग को लेकर शनिवार को प्रभावित लोगों की ओर से बदरीनाथ धाम में बाजार बंद रखा गया। बाजार में दुकानें बंद रहने से यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मास्टर प्लान संघर्ष समिति ने 14 अगस्त से बदरीनाथ में आमरण अनशन शुरू कर संपूर्ण बाजार अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का एलान किया है।
बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान से प्रभावित पंडा पुरोहित, व्यापारी और स्थानीय लोग विभिन्न मांगों को लेकर काफी समय से आंदोलन कर रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को मास्टर प्लान के प्रभावितों की संघर्ष समिति और व्यापार संघ के एलान पर शनिवार को बदरीनाथ धाम में बाजार पूरी तरह से बंद रहा। संघर्ष समिति के अध्यक्ष जमुना प्रसाद रवानी और व्यापार संघ के अध्यक्ष विनोद नवानी ने कहा कि उनकी मांग है कि बदरीनाथ में मास्टर प्लान के प्रभावितों के लिए विस्थापन की नीति को स्पष्ट किया जाए। लेकिन अभी तक उनकी मांग पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन उनकी मांग को अनसुना करता है तो 14 अगस्त से आमरण अनशन के साथ अनिश्चितकाल के लिए बदरीनाथ बाजार को बंद कर दिया जाएगा।
वहीं बाजार बंद के आह्वान पर धाम में चाय नाश्ता से लेकर सभी तरह की दुकानें पूरी तरह बंद रही। जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यात्री धाम में खाने पीने को लेकर काफी परेशान रहे। मास्टर प्लान के प्रभावित महेश डिमरी, विनोद डिमरी, प्रताप सिंह, दिनकर बाबुलकर, रवीश, सोनू, मोनू पाल आदि का कहना है कि उन्हें पता तो चलना चाहिए कि प्रभावितों के लिए सरकार क्या कर रही